जैसे कुछ हुआ ही नहीं

जैसे कुछ हुआ ही नहीं एक उम्र गुज़ारनी है तेरे बगैर और हम जी रहे हैं ऐसे, जैसे कुछ हुआ ही नहीं शरीर से दिल निकल गया, तेरी साँसों के साथ और हम साँस ले रहे हैं ऐसे, जैसे कुछ हुआ ही नहीं लुट गई हँसी, लुट गई खुशी, लुट गई जिंदगी और हम मुस्कुरा [...]

और यूँ हम एक रात और जी गए

और यूँ हम एक रात और जी गए । ______________________________ मेरे आँसुओं को मेरे सब दर्द पी गए, और यूँ हम एक रात और जी गए। ज़ख़्म तो बहुत छोड़े वक़्त ने रूह पर मगर, बड़ी सफाई से उसका दिया हर ज़ख़्म सी गए। उम्र लंबी थी गम-ए-रात की हिज्र की तरह, इंतखाब की कोई [...]

क्या ख़रीदने निकले हो

क्या खरीदने निकले हो खुशियाँ बिकती नहीं और गम का कोई खरीददार नहीं, आस सस्ती नहीं और बेसब्री का कोई हिसाब नहीं, प्यार महंगा है बहुत और नफरतों को पालना आसान नहीं, शांति की कोई दुकान नहीं और अशांति का समाधान नहीं, क्या ख़रीदने निकले हो? बिकने वाली चीज़ खुद मजबूर है और जो बिकती [...]

कतरे से गुहर

कतरे से गुहर बहुत कुछ गुज़री है ए-दिल कतरे से गुहर होने तक, यूँ ही तो नहीं सफर कामिल है, बादल से बिछड़ सीप के सीने तक, गम-ए-जुदाई, खौफ-ए-तन्हाई, खौफज़दा मुसाफ़िर, और चल देना यूँ ही तन्हा, किसी अंजाम का आगाज़ होने तक, आंधियों का सफर और गर्क होने का डर, अंदेशों से लिपट, हर [...]

संभलने दे ज़रा

संभलने दे ज़रा अभी नासूर बन गम रिस रहा है, ज़ख्म ताज़ा हैं अभी, घाव भी नया-नया है । न उम्मीदें लगा मुझसे यूँ मुस्कुराने की, तू क्या जाने जो खोया उसकी कीमत क्या है ? संभलने दे ज़रा तपती रेत पर चल कर आई हूँ दूर से, अभी तेरे संगमरमर भी मेरे पाँव के [...]

धूप की दस्तक

Read my thoughts on YourQuote app धूप की दस्तक मेरे सफेदपोश जमे कोहरे पर पड़ी और उसकी घनी सफेद जालियों में सुराख़ कर मेरे अंतर्मन तक जा पहुंची कह नहीं सकती, कि निराशा कमज़ोर पड़ रही थी, या आशा इतनी प्रबल थी, कि धूप की दस्तक पहचान सांस लेने लगे थे, मेरे सभी उजाले जिन्हें [...]

पाकीज़ा

पाकीज़ा मतलब की इस दुनिया में, कुछ पाकीज़ा से रिश्ते थे । खोने से इन हीरों को, जाने हम कितना डरते थे । अब आज़ाद है मन पंछी की तरह, न रिश्ते बचे न डर ही रहा । आज ये मन पाकीज़ा है, तन छोड़ चुकी किसी रूह की तरह ।

आकाश

आकाश जब कभी फुरसत में आकाश के विस्तार को देखती हूँ सोचती हूँ, ये भी किसी माँ के दिल जैसा है । सूरज का ताप, चाँद का गलना तो कभी दंभ से फूलना और तारों का टूटना-बिखरना सब सहता है, चुपचाप। कभी जब मन भारी हो जाए तो रो भी लेता है दिल खोलकर और [...]

कर्ज

कर्ज मेरा प्यार कर्ज है तुम पर सूद तो छोड़ो मूल भी बकाया है अब तक कैसे, कहाँ, कब चुकाओगे तुम्हारा मसला है और न चुका सको तो इसका भी हल है मुफ्त में ले जाओ जितना मेरे दिल में बचा है बस देख लेना कहाँ रखोगे, क्या कहीं इतनी जगह है? कतरा एक भी [...]

दुनिया एक हक़ीक़त है

दुनिया एक हक़ीक़त है और ये एक भयानक सच है! काश कल्पना हो कोरी, झुठला जाए स्वप्न की भाँति नींद से आँखों के खुलने पर सच्ची सी लगती सांसों की डोरी।

रंग मिट्टी के

रंग मिट्टी के अंतहीन, असीम पल-पल बदलते, उभरते, बिखरते कहीं रूद्र, कहीं सुशील मिट्टी की काया, मिट्टी की माया मिट्टी ने मिट्टी को, मिट्टी में मिलाया मिट्टी संग प्रेम, मिट्टी संग बैर मिट्टी चुराए नींद और चैन जले तो मिट्टी, दबे तो मिट्टी अंजाम मिट्टी का हो मिट्टी फिर क्या रंग? क्या बेरंग? इस मिट्टी [...]

वो शख्स/Wo Shaqs-

वो शख्स-जो बुझा बुझा सा नज़र आता है आज,उसे जलाया गया था, उम्मीदों के कारखानों में कभी,वो तबदील न हुआ रातों रात राख में यूँ ही,उसे तपाया गया था हिकारत की आतिशों से कहीं,कभी मुस्कुराती थी मासूमियत अक्स में जिसके,अब एक सर्द सी खामोशी पसरी है वहीं,कितना बेज़ार सा मंज़र है उस तन्हाई का,जो उसने [...]

दुआ क्या माँगें

हाथ उठाएं तो दुआ क्या माँगें? तकदीर से लड़कर भागें तो कहाँ भागें? जहाँ दरख्त भी शामिल हों साज़िश में वहाँ परिंदे आशियां आखिर कहाँ माँगें? इन अंधेरों से अब समेटने को कहो अपना वजूद जलते दियों की लो आखिर कब तलक जागे? हर आस बुनती रही खुद को आज तक जिनसे, थक कर चटकने [...]

Dead Cold

Bewildered# daily prompt # season 4# attempt 99 Cool breeze playing with hair strands Eyes lost in visualizing past Heart is numb with mixed emotions Bewildered mind still trying to find Answers to never asked questions Whom she is denying? Is it death or life? Death of most precious loved ones Death of loving relations [...]

Process

Sympathize# daily prompt # season 4# attempt 95 Never sympathize with your pain No matter how deep is wound Only time could best reveal Reasons of such hardships There is an ointment called self love Use it to cure all your cuts They surely have something to teach And mould you in a masterpiece! Copyright [...]

Secret Door!

Puzzled# daily prompt # season 4# attempt 94 Neither name nor fame Gives me happiness Material things too Have lost their attraction What is that which I'm Unable to understand ? Though puzzled but Determined to find My life's purpose! Some calling of Him Is working in mysterious way Soon I will get my answers! [...]

I Understand

Profuse# daily prompt # season 4# attempt 93 I understand Yes, I do understand This is the best quality I have That I understand! I understand people I understand their situations I understand their anger And it's reasons I understand silence I understand words I understand frustrations And their source I understand blames I understand [...]

कुछ ऐसा मौत का आलम होगा 

कुछ ऐसा मौत का आलम होगा कुछ ऐसा मौत का आलम होगा थम जाएगी दिल की धड़कन दिन पर रात का पहरा होगा घुल जाएँगे सब रंजो गम उस पार सब सुनहरा होगा ना आस ना कोई प्यास ही होगी हर तरफ सन्नाटा गहरा होगा ना कोई कशिश खींचेगी दामन ना कोई रोकने वाला होगा [...]

Winsome

Winsome# daily prompt # season 4# attempt 67 White winter winsome nights Ignites the passionate thoughts in mind A pen, a paper and a naughty smile A lonely poet but warmth inside What is poetry? Just few chapters from book of life Someone in heart and his winsome smile Some happy memories dancing in few [...]